
पंजाब पुलिस लगातार चार दिन से वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश में लगी है. अब तक अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ छह एफ़आईआर दर्ज किए गए हैं.
सोमवार को पंजाब पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक (हेडक्वॉर्टर) सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह के चार सहयोगियों को असम के डिब्रूगढ़ भेजा गया है जबकि एक अन्य हरजीत सिंह भी गिरफ़्तार किए जाने के बाद असम भेजे गए हैं.
पर इन लोगों को पंजाब से इतनी दूर असम क्यों भेजा गया, इस पर किसी भी अधिकारी ने सीधे-सीधे तो कुछ नहीं कहा, लेकिन असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से जब ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई बार एक राज्य में गिरफ़्तार शख़्स को दूसरे राज्य की जेल में भेजा जाता है.
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, “असम में भी एक समय गिरफ़्तारी की गई थी तो हमने सुरक्षा कारणों से उन लोगों को बिहार के भागलपुर जेल में भेजा था. शायद पंजाब पुलिस के मन में है कि वो थोड़े दिन असम में रहें, ये दोनों राज्यों की पुलिस के बीच सहयोग का मामला है.”
वहीं सुखचैन सिंह गिल ने बताया, “पांचों अभियुक्तों पर रासुका लगाया गया है. क़ानून के मुताबिक़ पुलिस अभियुक्त को दूसरे राज्य की जेल में भेज सकती है.”
उन्होंने ये भी कहा कि ‘पंजाब में शांतिपूर्ण माहौल है, लोग फ़ेक न्यूज़ ना फैलाएं’.
पुलिस ने अमृतपाल सिंह के जिन पांच सहयोगियों को गिरफ़्तार किया है उनके पास बुलेट प्रूफ़ जैकेट भी मिले हैं. इन जैकेट्स पर एकेएफ़ (आनंदपुर खालसा फ़ौज) लिखा हुआ है. अमृतपाल सिंह के घर के बाहर दरवाज़े पर भी एकेएफ़ ही लिखा है.
आईजी गिल ने कहा कि पंजाब पुलिस इस मामले में विदेशी फ़ंड और आईएसआई के एंगल की जांच भी कर रही है.

कितने लोग गिरफ़्तार
अब आपको वो बातें बताते हैं जो हमें पता हैं. वो अनसुलझे सवाल क्या हैं जिनके जवाब मिलने बाक़ी हैं. साथ ही गिरफ़्तार किए गए लोग कौन हैं जिन्हें अमृतपाल का सहयोगी बताया गया है.
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने कहा, “अब तक 114 लोगों को कस्टडी में लिया गया है. 78 लोगों को पहले दिन, 34 को दूसरे दिन और 2 लोगों को तीसरे दिन कस्टडी में लिया गया. इन सब पर राज्य में शांति भंग करने का आरोप है.”
दूसरी ओर अमृतपाल सिंह के क़रीबी सहयोगी दलजीत सिंह कालसी और भगवंत सिंह के परिवार वालों ने इन दोनों की गिरफ़्तारी के बारे में बात की है.

अमृतपाल सिंह के मेंटॉर कौन हैं
जालंधर के एसएसपी ग्रामीण स्वर्णदीप सिंह ने अृमतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह की गिरफ़्तारी का दावा किया है.
ये गिरफ़्तारियां 19-20 मार्च की रात जालंधर के शाहकोट से की गईं.
हरजीत सिंह को अमृतपाल सिंह का चाचा और मेंटॉर बताया गया है. वे दुबई में पेशे से ट्रांसपोर्टर बताए गए हैं.
हरजीत सिंह ने ये दावा किया कि जब पुलिस की टीम अमृतपाल सिंह की गाड़ी का पीछा कर रही थी तब वे उनके साथ थे.
जालंधर पुलिस के मुताबिक़, अमृतपाल सिंह जिस मर्सिडीज़ गाड़ी का उपयोग करते थे, उसे हरजीत सिंह के पास से ज़ब्त किया गया है.
बरामद हथियार और गाड़ियां
पंजाब सरकार और पुलिस अमृतपाल सिंह के बारे में क्या बता रही है?
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल के मुताबिक़, अमृतपाल सिंह फ़िलहाल फ़रार हैं और उन्हें गिरफ़्तार करने के लिए छापे मारे जा रहे हैं

अमृतपाल सिंह के सहयोगियों के पास से कितनी गाड़ियां और कितने हथियार बरामद हुए हैं?
आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया, “अब तक 10 हथियार बरामद किए गए हैं, जिनमें 12 बोर की सात राइफ़ल, 315 बोर की दो राइफ़ल और 32 बोर की एक रिवॉल्वर शामिल है. इसके अलावा 430 ज़िंदा कारतूस भी मिले हैं.”
पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उनके साथियों से जुड़े चार वाहन भी अपने क़ब्जे़ में लिए हैं. इनमें एक मर्सिडीज़ कार, दो एंडेवर और इसुज़ु कार शामिल है.
पुलिस का कहना है कि जो लावारिस इसुज़ु गाड़ी बरामद की गई है उसे अमृतपाल सिंह ने फ़रार होने के लिए इस्तेमाल किया था.
सुखचैन सिंह गिल के मुताबिक़ एक लावारिस कार में 315 बोर की राइफ़ल, तलवार और वॉकी टॉकी मिली थी.
उन्होंने कहा, “हमें शक़ है कि इसमें आईएसआई का एंगल और फ़ॉरेन फ़ंडिंग शामिल है. उसकी जांच चल रही है.”
पुलिस का कहना है कि जो राइफ़लें बरामद की गई हैं उन पर एकेएफ़ लिखा हुआ है जिसका मतलब आनंदपुर खालसा फ़ौज है. इसकी भी जांच की जा रही है.

पंजाब में विरोध प्रदर्शन
पंजाब में ‘क़ौमी इंसाफ़ मोर्चा’ के कुछ कार्यकर्ताओं ने अमृतपाल सिंह पर की गई कार्रवाई के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन मोहाली में एयरपोर्ट रोड जाने वाले रास्ते पर किया गया जहां क़रीब 100 लोग इसमें शामिल हुए.
इस प्रदर्शनकारियों ने सड़क के एक भाग को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया. मौक़े पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी.
वहीं कुछ सिख संगठनों ने अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ की जा रही कार्रवारई को लेकर हरियाणा के करनाल में 21 मार्च को सिखों से एकत्र होने का आह्वान किया है.
चंडीगढ़ के साथ-साथ पंजाब के कई ज़िलों में धारा 144 लगाई गई है. पुलिस ने पंजाब के कई ज़िलों में फ़्लैग मार्च भी किया है.

पंजाब में क़ानून व्यवस्था
अमृतपाल सिंह का मामला पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में है.
कोर्ट में में ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े ईमान सिंह ने याचिका दायर की थी.
इस याचिका में मांग की गई थी कि अमृतपाल को कोर्ट में पेश किया जाना चाहिए. कोर्ट ने पंजाब पुलिस को नोटिस जारी करते हुए इस मामले की सुनवाई 21 मार्च को रखी है.
तमाम स्थितियों के मद्देनज़र राज्य के गृह विभाग ने शनिवार से ही पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया है. यह प्रतिबंध 21 मार्च के दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा.

वो सवाल जिसके जवाब मिलने बाकी हैं
पुलिस ने दावा किया कि अमृतपाल सिंह फ़रार हैं.
शनिवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अमृतपाल सिंह के शाहकोट के गुरुद्वारा साहिब में होने की बात बताई गई थी.
लेकिन उसी शाम पुलिस ने बताया कि वो फ़रार हैं. अमृतपाल सिंह के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उन्हें उनके (अमृतपाल के) बारे में कोई ख़बर नहीं है. अमृतपाल कहां हैं, ये अब तक स्पष्ट नहीं है.
पंजाब पुलिस ने ये नहीं बताया है कि अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई कब तक जारी रहेगी.
पंजाब पुलिस को धार्मिक जगहों ख़ासकर गांवों में गुरुद्वारों के बाहर तैनात किया गया है और लोगों से अफ़वाहों में यक़ीन न करने की अपील की गई है.
जालंधर पुलिस के मुताबिक़, वारिस पंजाब दे के कार्यकर्ता चार आपराधिक मामलों में शामिल थे. इसमें अशांति पैदा करने, इरादतन हत्या करने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सरकारी कर्मचारियों को वैध तरीक़े से अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोकने जैसे मामले शामिल हैं.
पुलिस ने ये भी बताया कि अजनाला पुलिस थाने पर हमले के आरोप में वारिस पंजाब दे के कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ 24 फ़रवरी को केस संख्या 39 भी दाख़िल किया गया है.

गिरफ़्तारी को लेकर ख़बरें
स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया में इस पूरे घटनाक्रम पर रिपोर्टिंग की जा रही है. जहां शनिवार को दी गई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि अमृतपाल को गिरफ़्तार कर असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है.
रविवार की शाम को भी कुछ मीडिया चैनलों ने दावा किया कि अमृतपाल को गिरफ़्तार कर लिया गया है. इससे जुड़ा ट्वीट भी किया गया, लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया गया.
पंजाब पुलिस ने इन ख़बरों को फ़र्ज़ी बताया है और आम लोगों से शांति और सद्भावना बनाए रखने की अपील की है.